Subrata Roy Sahara निधन: यहाँ जानें रिफ़ंड की सारी डीटेल

T Vishwakarma
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14 नवम्बर की रात सहारा इंडिया के सुब्रत रॉय की 75 वर्ष की आयु में निधन हो जाने के बाद निवेशकों में दुविधा बनी हुई है। सहारा समूह के संस्थापक के जाने के बाद सभी ये जानना चाहते हैं कि सहारा इंडिया परिवार में जिन लोगों का पैसा फंसा है, वो वापस मिलेगा या नहीं। निवेशकों के मन में सवाल है कि उनके द्वारा निवेश किया गया पैसे का रिफ़ंड मिलेगा या नहीं।

वैसे अभी कुछ  महीने पहले ही सरकार ने सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया था जिसके माध्यम से लोगों का पैसा वापस दिये जाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। सहारा इंडिया ने अपनी 4 कोऑपरेटिव सोसाइटियों के माध्यम से करोड़ों निवेशकों का हजारों करोड़ रुपए जमा कराया था। आइए जानते हैं कि सहारा के निवेशकों को मिलने वाले रिफ़ंड का अब क्या होगा।

निवेशकों का पैसा मिलेगा वापस

सहारा के ऊपर पोंजी स्कीम के जरिये सेबी के नियमों और विनियमों का उल्लंघन करके धन जुटाने का आरोप लगा था। जिसके बाद सेबी ने 2011 में सुनवाई के बाद सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड पर लगे आरोपों को सही पाते हुए निवेशकों का पैसा वापस करने का आदेश दिया था।

बाद में सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2012 में लंबे चले केस के बाद सेबी के आदेश को बरकरार रखते हुए आदेश दिया था कि सहारा इंडिया को ब्याज सहित लगभग 3 करोड़ निवेशकों का पैसा लौटाना होगा। मार्केट रेग्युलेटर की निगरानी में सहारा इंडिया का हिसाब-किताब करने के बाद सरकार ने निवेशकों का बजाय सहित पैसा लौटाने के लिए सहारा रिफ़ंड पोर्टल https://mocrefund.crcs.gov.in/ लॉंच किया था। निवेशकों को उनके जमा किए गए धन पर 15% ब्याज के साथ वापस करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी।

सेबी के पास सुरक्षित है पैसा

हालांकि हाल ही में सहारा इंडिया के संस्थापक सुब्रत रॉय की मृत्यु के बाद रिफ़ंड की प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा और निवेशकों को उनका पैसा वापस मिलता रहेग। ऐसा इसलिए क्योंकि निवेशकों का पैसा सेबी के पास सुरक्षित है और लोगों को मिलना निश्चित है। कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी के अकाउंट में सहारा के निवेशकों के 25 हज़ार करोड़ रुपए पड़े हैं।

रिफ़ंड के लिए निवेशकों को सिर्फ ऑनलाइन क्लेम करना होगा। निवेशकों को अपने सभी दावे एक ही रिफ़ंड दावे के रूप में क्लेम के लिए प्रस्तुत करना होगा।

सहारा इंडिया का पतन प्राइम सिटी के आईपीओ से शुरू हुआ था जब सेबी ने धोखाधड़ी का पता लगाते हुए सहारा इंडिया पर केस कर दिया था। सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार 16 नवम्बर को लखनऊ में किया जाना है।

 

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