मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और वॉल्ट डिज़नी कंपनी का भारत में Reliance Disney Media Merger सौदा अंतिम चरण में पहुँच चुका है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार Reliance Disney Media Merger विलय सौदा फ़ाइनल होने वाला है।
यदि यह Reliance Disney Media Merger सफल हो जाता है तो इससे मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाला रिलायंस समूह भारत के सबसे बड़े मीडिया और मनोरंजन व्यवसाय में मेजोरिटी स्टेकहोल्डर बन जाएगा। विलय के बाद यह भारत का सबसे बड़ा मीडिया बिज़नस बन जाएगा।
मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार, रिलायंस की Viacom18 की एक नवगठित इकाई जनवरी में एक शेयर स्वैप सौदे के माध्यम से डिज्नी के स्टार इंडिया को अपने में समाहित कर लेगी। रिलायंस Viacom18 की एक स्टेप-डाउन सहायक कंपनी के माध्यम से स्टॉक स्वैप के अंतर्गत स्टार इंडिया को अब्जॉर्ब करेगी।
रिलायंस प्रस्तावित Viacom18 की इकाई में डिज्नी के पास 49% हिस्सेदारी छोड़कर अपने लिए 51% हिस्सेदारी प्राप्त करना चाहेगी जिसके लिए कंपनी नकद भुगतान के लिए तैयार है। हालाँकि ऐसी भी खबर है कि विलय के बाद बनने वाले नए वैंचर के बोर्ड में दोनों पक्षों का समान प्रतिनिधित्व हो सकता है। हालांकि विलय होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि रिलायंस 51% के साथ बड़ा शेयरधारक बन पाएगी कि नहीं।
अगर Reliance Disney Media Merger की गई इकाई के बोर्ड में रिलायंस और डिज़नी का बराबर प्रतिनिधित्व होता है, तो दोनों कंपनियों के कम-से-कम दो डाइरेक्टर होंगे। विलय के समझौते की चर्चा में Viacom18 के दूसरे सबसे बड़े शेयरधारक बोधि ट्री को भी बोर्ड सीट देने पर चर्चा हुई है। कुछ स्वतंत्र डाइरेक्टरों को भी शामिल किए जाने पर विचार चल रहा है।
रिलायंस कंपनी की ओर से बातचीत का नेतृत्व मुकेश अंबानी के प्रमुख सलाहकार मनोज मोदी कर रहे हैं। वहीं डिज्नी की ओर से जस्टिन वारब्रुक और केविन मेयर के साथ-साथ डिज्नी के भारत प्रमुख के माधवन भी डिस्कशन में शामिल हैं।
भारत के इस सबसे बड़े Reliance Disney Media Merger को लेकर अक्टूबर में ब्लूमबर्ग ने बताया था कि रिलायंस की एंटर्टेंमेंट इकाई डिज्नी की भारत की संपत्ति का मूल्यांकन कर रही थी। डिज्नी हॉटस्टार स्ट्रीमिंग सेवा और स्टार इंडिया के कुल एसेट का मूल्य $ 7 बिलियन से $ 8 बिलियन के बीच लगाया गया था।
फिलहाल इकोनॉमिक टाइम्स ने सौदे में शामिल अधिकारियों का हवाला देते हुए आज बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज़नी कंपनी अपने भारतीय मीडिया परिचालन को विलय करने के लिए एक गैर-बाध्यकारी टर्म शीट पार काम कर रही हैं। अगर सब कुछ सही रहा तो दोनों कंपनियों की ओर से इसकी घोषणा जनवरी 2024 में की जाएगी।