प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव PLI scheme से मोबाइल फोन विनिर्माण उद्योग में 500,000 नौकरियों का सृजन हुआ है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को नोएडा में डिक्सन टेक्नोलॉजीज की नई स्मार्टफोन मैनुफेक्चरिंग यूनिट के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही।
उन्होने बताया कि, “भारत में उपयोग किए जाने वाले सभी मोबाइल फोन में से 99.2% का निर्माण भारत में ही होता है।” केंद्रीय मंत्री ने आशा जताई कि आने वाले 5 वर्षों में यह संख्या और बढ़ेगी।
अभी हाल ही में सरकार ने PLI scheme की सफलता से प्रोत्साहित होकर 17 मई, 2023 को आईटी हार्डवेयर के लिए PLI scheme – 2.0 को मंजूरी दे दी थी। इस योजना में लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पीसी, सर्वर और अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर डिवाइस शामिल हैं।
अश्विनी वैष्णव के अनुसार भारत में हर महीने कुल रोजगार अवसर सृजन लगभग 14 लाख है। उन्होंने बताया कि मोबाइल के लिए कंपोनेंट निर्माण में घरेलू मूल्यवर्धन लगातार बढ़ रहा है और कुछ प्रोडक्टस में तो 60% तक पहुंच गया है।
सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और दूरसंचार मंत्री वैष्णव ने कहा, “इस क्षेत्र में कुछ कॉम्पोनेंट के लिए, भारत एक्सपोर्ट का वैश्विक केंद्र बन रहा है।” “अभी भारत 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सामान निर्यात किया कर रहा है। अगले साल इसके और बढ़ने की उम्मीद है। पिछले साल 2022 में हमने 11.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य का समान निर्यात किया था।”
डिक्सन टेक्नोलॉजीज की सहायक कंपनी पैडगेट (Padget) इलेक्ट्रॉनिक्स ने नोएडा में अपनी नई विनिर्माण सुविधा स्थापित की है। इसमें ₹256 करोड़ का निवेश हुआ है।
यह फैक्ट्री स्मार्टफोन और फीचरफोन बनाने का काम करेगी। भारत में Xiaomi के स्मार्टफोन इसी कंपनी द्वारा बनाए जाते हैं। इस नई फैक्ट्री में 5,000 नौकरियाँ का सृजन होगा। पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स के इस नए मैनुफेक्चरिंग यूनिट में प्रति वर्ष 25 मिलियन फोन बनाने की क्षमता है।
पैडगेट उन कई मोबाइल फोन निर्माता कंपनियों में से एक है, जिन्हें 2022 में इंक्रीमेंटल प्रॉडक्शन टार्गेट पूरा करने के बाद PLI scheme के तहत लाभ मिला है।