Ola IPO: इलेक्ट्रिक का शुद्ध घाटा हुआ दुगुना, कंपनी ने IPO से पहले घटाया अपना बिक्री लक्ष्य

Ola IPO

T Vishwakarma
4 Min Read

ओला इलेक्ट्रिक का FY23 में शुद्ध घाटा पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना होकर 1,472 करोड़ रुपये हो चुका है। यह घाटा मुख्य रूप से इस ईलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी के खर्चों में वृद्धि के कारण हुआ है। Ola IPO जल्द ही आने वाला है।

Summary

  • ओला लिस्टिंग से पहले बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है
  • पिछले अनुमान से ओला को 2023-24 में 66% कम बिक्री है-सूत्र
  • ओला का लक्ष्य अब एक साल बाद 2024-25 में मुनाफे में आना है
  • सरकारी प्रोत्साहन में कटौती के कारण लक्ष्यों और रणनीति में हुआ बदलाव

 

भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ अलगे साल आम चुनावों से पहले लाने की तैयारी है। इसके लिए ओला इलेक्ट्रिक का लक्ष्य अगले दो हफ्तों में ड्राफ्ट शेयर सेल पेपर्स दाखिल करना है।  इसी बीच मीडिया रिपोर्ट्स की खबर है कि ओला अपने Ola IPO से पहले दो पहिया वाहनों की बिक्री का लक्ष्य घटा चुकी है।

इस वित्तीय वर्ष (2023-24) में पहले ही कंपनी को पिछले अनुमान से 66% कम बिक्री होने की संभावना है। कंपनी का घाटा भी बढ़ रहा है जो आने वाले आईपीओ के लिए चिंताजनक है। ओला 700 मिलियन डॉलर का आईपीओ लाने की प्लानिंग कर रहा है।

Ola IPO: Ola इलेक्ट्रिक का घाटा हुआ दुगुना

फिलहाल ओला इलेक्ट्रिक का शुद्ध घाटा कंपनी के बढ़ते खर्चों के कारण मार्च 2023 (FY23) को समाप्त वित्तीय वर्ष में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुना होकर 1,472 करोड़ रुपये पर पहुँच गया।  पिछले वित्तीय वर्ष में यह घाटा मात्र 784.1 करोड़ रुपये ही था।

कंपनी का वित्त वर्ष 2013 में 1,318 करोड़ रुपये का EBITDA लॉस भी हुआ है जबकि ओला का कुल खर्च वित्त वर्ष 2022 में 1,240 करोड़ रुपये था। FY23 में कुल खर्च बढ़कर 3,383 करोड़ रुपये तक हो गया। हालाँकि ओला का वित्त वर्ष 2023 में समेकित राजस्व 510% बढ़कर 2,782 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है।

हालांकि कंपनी अपनी रिटेल स्ट्रेटजी में बदलाव कर के बाज़ार में अपनी स्थिति मजबूत कायम रखना चाहती है। ओला को टीवीएस मोटर्स, बजाज ऑटो और हीरो मोटोकॉर्प जैसी इस्टेब्लिश्ड कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। इस साल मई में भारत सरकार ने ई-स्कूटर खरीदारों के लिए उपलब्ध नकद प्रोत्साहन में भी कटौती कर दी।

कंपनी प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए आक्रामक रीटेल स्ट्रेटजी अपना रही है। इसमें डिस्काउंट पर प्रोडक्टस को लॉन्च करना और मौजूदा उत्पादों की कीमतों में कटौती करना जैसी चीज़ें शामिल हैं। किसी भी हाल में ओला इलेक्ट्रिक लिस्टिंग से पहले अपनी बाजार स्थिति को मजबूत करना चाहती है।

Ola IPO: Ola की बाज़ार में 32.6% हिस्सेदारी

बाज़ार में फिलहाल ओला इलेक्ट्रिक की 32.6% की पर्याप्त हिस्सेदारी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार नवम्बर में, ओला इलेक्ट्रिक 32.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ 29,764 इकाइयों के पंजीकरण के साथ सबसे शीर्ष पर रही है। दूसरे स्थान पर टीवीएस मोटर 20.8% शेयर के साथ है जबकि बजाज ऑटो (12.8%), एथर एनर्जी (10.1%) और ग्रीव्स इलेक्ट्रिक (पूर्व में एम्पीयर, 4.8%) का नंबर आता है।

ओला इलेक्ट्रिक की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले दो स्रोतों के अनुसार कंपनी ने 2023-2025 के लिए अपने सेल्स टार्गेट को आधे से ज्यादा कम कर दिया है। ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 2023 में 150,000 ई-स्कूटर बेचे थे। अब कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 और उसके बाद के 2.5-5 मिलियन यूनिट के अपने बिक्री अनुमान को घटाकर वित्त वर्ष 2025 में 900,000 यूनिट और वित्त वर्ष 24 में 300,000 यूनिट कर दिया है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *