Aadhaar Card: अब फिंगरप्रिंट या आँखों की पुतली नहीं होने पर भी बनेगा आधार कार्ड

फिंगरप्रिंट या आँखों की पुतली नहीं होने पर भी बनेगा आधार कार्ड

T Vishwakarma
4 Min Read

शारीरिक रूप से असमर्थ ऐसे लोग जिनके पास ना तो आँखें हैं और ना ही अंगूठा या उँगलियाँ हैं, उनका भी अब आधार कार्ड बन सकेगा। केंद्र सरकार ने आधार कार्ड बनाने वाली संस्था UIDAI को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। आधार कार्ड के नामांकन में आए लेटेस्ट अपडेट से अब कई लोगों की समस्याएँ सुलझ जाएंगी।

नए नियमों के अनुसार जिन लोगों के हाथों में उँगलियाँ नहीं है और फिंगरप्रिंट का बायोमेट्रिक नहीं लिया जा सकता, उनकी आँखों की पुतलियों का स्कैन यानि आईरिस स्कैन से ही आधार नंबर जारी कर दिया जाएगा।

फिंगरप्रिंट नहीं होने पर भी बनेगा आधार

आधार संबंधी नया निर्देश इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने केरल में एक महिला जोसीमोल पी जोस के नामांकन में आ रही दिक्कतों के चलते दिया है। केरल की रहने वाली जोसीमोल पी जोस महिला की हाथ की उंगलियां नहीं होने के कारण उनका आधार नामांकन नहीं हो पा रहा था। आधार कार्ड नहीं बनने के कारण उन्हे सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा था।

आधार नामांकन के नियम में इस बदलाव से उन लाखों लोगों को लाभ मिलेगा जिनकी उँगलियाँ नहीं हैं या जो आँखों की पुतलियों का आईरिस स्कैन नहीं दे पाते हैं। आधार कार्ड में हुए नए बदलाव से अब फिंगरप्रिंट की अनिवार्यता खत्म हो गई है।

आंखों की पुतली नहीं होने पर भी बनेगा आधार

केंद्र सरकार ने आधार नामांकन के नियमों में बदलाव करते हुए इसे शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए आसान बना दिया है। कोई भी व्यक्ति जिसकी आँखों की पुतली का आईरिस स्कैन (IRIS Scan) नहीं लिया जा सकता, उसके सिर्फ फिंगरप्रिंट से ही आधार नामांकन पूरा कराया जाएगा। ऐसे लोगों का फिंगरप्रिंट लेकर ही बायोमेट्रिक की प्रक्रिया पूरी कराकर आधार कार्ड जारी कर दिये जाएंगे।

आधार नामांकन के लिए उंगली और आईरिस बायोमेट्रिक्स, दोनों ही देने में असमर्थ व्यक्ति का नाम, लिंग, पता, जन्मतिथि इत्यादि का उपलब्ध बायोमेट्रिक्स के साथ मिलान करने के पश्चात आधार नंबर जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जाती है।

आधार नामांकन नियमों में हुआ बदलाव

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की एक टीम ने केरल की महिला जोसीमोल पी जोस को आधार नमनाकन में हो रही परेशानी के कारण उनसे संपर्क किया था। केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकम में रहने वाली जोस से उसके घर पर जाकर आधार की टीम ने उनका आधार नंबर जारी किया है।

अब देश के सभी आधार सेवा केंद्रों को निर्दहस जारी किया गया है कि वैकल्पिक बायोमेट्रिक्स लेकर धुंधली उंगलियों के निशान या इसी तरह की दिव्यांगता वाले अन्य पात्र लोगों को आधार जारी किया।

UIDAI ने अब तक लगभग 29 लाख ऐसे लोगों को आधार नंबर जारी किए हैं, जिनकी या तो उंगलियां नहीं थी या आँखों की पुतली नहीं होने के कारण आईरिस स्कैन नहीं हो पा रहे थे, या दोनों ही बायोमेट्रिक्स उपलब्ध नहीं थे।

आधार कार्ड आज के समय में देश के सभी नागरिकों की जरूरत बन चुका है। पहचान पत्र से लेकर सरकारी सुविधाएं लेने तक, सभी कामों में आ आधार कार्ड की अनिवार्यता हो चुकी है। बैंक अकाउंट खोलने से लेकर ड्राइविंग लाईसेंस बनवाने तक और शेयर मार्केट में निवेश से लेकर मकान खरीदने तक, आधार कार्ड की अनिवार्यता को देखते हुए इसका महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है।

 

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *